आशिकी से धीर धीरे से गीत गाए जाते हैं कुमार सानू और अनुराधा पादुवाल ने गीतों को समीर द्वारा लिखा है और संगीत नादेम श्रवण द्वारा दिया गया है
आशिकी (Aashiqui )
हो.. धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आने धीरे धीरे से दिल को चुराना तुमसे प्यार हमें है कितना जान-इ-जाना तुमसे मिलकर तुमको है बताना
जब से तुझे देखा दिल को कहीं आराम नहीं मेरे होठों पे एक तेरे सिवा कोई नाम नहीं अपना भी हाल तुम्हारे जैसा है साजन बस याद तुझे करते हैं और कोई काम नहीं बन गे
धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आने धीरे धीरे से दिल को चुराना
तूने भी अक्सर मुझको जगाया रातों में और नींद चुराई मीठी मीठी बातों में तूने भी बेशक मुझको कितना तड़पाया फिर भी तेरी हर एक अदा पे प्यार आया आजा आजा अब का
हो.. धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आने धीरे धीरे से दिल को चुराना तुमसे प्यार हमें है कितना जान-इ-जाना तुमसे मिलकर तुमको है बताना
धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आने धीरे धीरे से दिल को चुराना