मोहम्मद रफी की आवाज़ में अब्दुल्ला फिल्म से मेन पूचा चंद से गीत। इस गीत की संगीत रचना आरडी बर्मन द्वारा बनाई गई है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
अब्दुल्लाह (Abdullah )
मैंने पुछा चाँद से के देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं चाँद ने कहा चाँदनी की कसम नहीं
मैंने यह हिजाब तेरा ढूँढा.. हर जगह शबाब तेरा ढूँढा कलियों से मिसाल तेरी पहुची फूलों मैं जवाब तेरा ढूँढा मैंने पुछा बाग़ से फ़लक हो या ज़मीन ऐसा फू
हो.. चाल है के मौज की रवानी ज़ुल्फ़ है के रात की कहानी होंठ हैं के आईने कँवल के आँख है के मैकडोँ की रानी मैंने पुछा जाम से फ़लक हो या ज़मीन ऐसी मई भी है
खूबसूरती जो तूने पायी लुट गयी खुदा की बस खुदाई मीर की ग़ज़ल कहूँ तुझे मैं या कहूं ख़य्याम की रुबाई मैंने जो पूछूँ शायरों से ऐसा दिल नशीं कोई शेर है क
मैंने पुछा चाँद से के देखा है कहीं मेरे यार सा हसीं चाँद ने कहा चाँदनी की कसम नहीं