फिल्म अलीबाबा और 40 चोर से कयामत गीत लता मंगेशकर द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
अलीबाबा और ४० चोर (Alibaba Aur 40 Chor )
खुशियाँ मुबारक हों यारों को समझो नज़र के इशारों को हो खुशियाँ मुबारक हों यारों को समझो नज़र के इशारों को नीची निगाहें जब मेरी उठ जायेगी तो तौबा तौबा तौबा
फूलों के जब दिल सुलगते हैं शबनम से शोले निकक्लते हैं फूलों के जब दिल सुलगते हैं शबनम से शोले निकक्लते हैं अबकी बहार जब गुलशन में आएगी तो तौबा तौबा
यूँ लोग सूरत छुपाते हैं चेहरे पे चेहरे लगते हैं यूँ लोग सूरत छुपाते हैं चेहरे पे चेहरे लगते हैं रुख से हसीना जो पर्दा हटाएगी तो तौबा तौबा तौबा हो जा
दिल में जो बात है वह होठों पे आएगी तो तौबा तौबा तौबा हो जायेगी क़यामत क़यामत क़यामत क़यामत क़यामत क़यामत क़यामत