ग्रहान से आज मुख्य खुश हुन गीत के गीत संगीतकार कार्तिक राजा की एक अद्भुत रचना है। आज मुख्य खुश हुन गीत पढ़ें जो मेहबूब द्वारा अच्छी तरह से लिखे गए हैं
ग्रहण (Grahan )
आज मैं खुश हूँ की लिरिक्स (Lyrics Of Aaj Main Khush Hoon )
आज मैं खुश हूँ लो तुम ही बोलो मैं हूँ खुश क्यों आज मैं खुश हूँ लो तुम ही बोलो मैं हूँ खुश क्यों जल्दी जल्दी बोलो चलो साथ चल रहे हैं तो इसलिए तुम खुश हो बी
कानों की यह बाली लो चूमे मेरे गालों को ऐसे क्यों चूमे कहो जैसे तुम नाचो वैसे वह भी झूमे नाचे झूम झूम झूम सुणो.. यह क्या बात बोली चलो मारो ताली यह स
मुझको यह दुनिया लो दिखती है सारी उलटी ऐसी मुझे दिखती है क्यों तू है सीढ़ी साडी तो इसलिए तुझको यह दुनिया सारी दिखती है यूँ यह क्या बात बोली चलो मारो ताली य
आज मैं खुश हूँ लो तुम ही बोलो मैं हूँ खुश क्यों जल्दी जल्दी बोलो चलो साथ चल रहे हैं तो इसलिए तुम खुश हो बात यही है न कहो यह क्या बात बोली चलो मारो ताल
साथ चल रहे हैं तो इसलिए तुम खुश हो बात यही है न कहो यह क्या बात बोली चलो मारो ताली यह सच ही कहा आई आई यो
ऋतु ऋतु ऋतुरु ृ.. ऋतु ऋतु ऋतुरु ृ..