आज मुख्य उपर आस्मान नीखे खमोशी द म्यूजिकल (1 99 6) का गीत माजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखा गया है, यह जतिन और ललित द्वारा रचित है और कविता कृष्णमूर्ति और कुमार सानू द्वारा गाया गया है।
ख़ामोशी थे म्यूजिकल (Khamoshi The Musical )
आज मैं ऊपर आसमान नीचे की लिरिक्स (Lyrics Of Aaj Main Upar Aasman Neeche )
आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे तेल्ल में ओ खुदा अब मैं क्या करूं चलूँ सीढ़ी के उलटी
यूं ही बिन बात के छल्की जाए हँसि डोले जब हवा लागे गुड़गुड़ी यूं ही बिन बात के छल्की जाए हँसि डोले जब हवा लागे गुड़गुड़ी सम्भलूँ गिर पड़ूं अरे अरे अरे अरे ार
आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे तेल्ल में ओ खुदा अब मैं क्या करूं सर के बल या कदम से
झूमे जा मौज में रुकना न जान-इ-जान देखूं यह तरंग रूकती है कहाँ झूमे जा मौज में रुकना न जान-इ-जान देखूं यह तरंग रूकती है कहाँ मैं भी तेरे संग इन लहरों
आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे आज मैं ऊपर आसमान नीचे आज मैं आगे ज़माना है पीछे हो तेल्ल में ओ खुदा अब मैं क्या करूं चलूँ सीढ़ी के ु