चुपके चुपके से अब के साजन सावन मीन के गीत: यह लता मंगेशकर द्वारा एसडी बर्मन द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। अब के साजन सावन मीन गीत सुंदर बक्षी द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
चुपके चुपके (Chupke Chupke )
अब के साजन सावन में की लिरिक्स (Lyrics Of Ab Ke Sajan Sawan Mein )
अब के साजन सावन में अब के साजन सावन में आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र मिल न सकेंगे दो मैं एक ही आँगन में
अब के साजन सावन में आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र मिल न सकेंगे दो मैं एक ही आँगन में अब के साजन सावन में
दो दिलों के बीच कड़ी कितनी दीवारें हाय दो दिलों के बीच कड़ी कितनी दीवारें कैसे सुनूँगी मैं पिया प्रेम की पुकारें चोरी चुपके से तुम लाख करो जातां लाख करो जातां स
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा किस तरह हम देंगे भला दुनिया को धोखा रात भर जगायेगी यह मस्त मस्त पवन मस्त मस्त प्
तेरे मेरे प्यार का यह साल बुरा होगा अरे तेरे मेरे प्यार का यह साल बुरा होगा जब बहार आएगी तो हाल बुरा होगा कांटे लगाएगा यह फूलों भरा चमन फूलों भरा चमन सज