Ehsaan Mere Dil Pe Tumhara Hai Dosto Lyrics of Gaban (1966) is penned by Hasrat Jaipuri, it's composed by Shankar and Jaikishan and sung by Mohammad Rafi.
गबन (Gaban )
एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो की लिरिक्स (Lyrics Of Ehsaan Mere Dil Pe Tumhara Hai Dosto )
एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो
एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों क्ष (२)
बनता है मेरा काम तुम्हारे ही काम से होता है मेरा नाम तुम्हारे ही नाम से क्ष (२)
तुम जैसे मेहरबाँ का सहारा है दोस्तों यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
जब आ पड़ा है कोई भी मुश्किल का रास्ता मैंने दिया है तुम को मोहब्बत का वास्ता क्ष (२)
हर हाल में तुम्ही को पुकारा है दोस्तों यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
यारों ने मेरे वास्ते क्या कुछ नहीं किया सौ बार शुक्रिया
बचपन तुम्हारे साथ गुज़रा है दोस्तों यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
एहसान मेरे दिल पै तुम्हारा है दोस्तो यह दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों क्ष (२)