पेरिस में एक शाम के एजी ऐसा मौका फिर कहान मिलेगा गीत (1 9 67): यह शमी कपूर, शर्मिला टैगोर, केएन सिंह और राजेंद्र नाथ अभिनीत पेरिस में एक शाम का एक प्यारा गीत है। यह मोहम्मद रफी द्वारा गाया जाता है और शंकर और जयकिशन द्वारा रचित है।
एन इवनिंग इन पेरिस (An Evening In Paris )
देखो यह परियों की टोली मीठी मीठी जिनकी बोली क्या क्या दिल पर रंग जमाये जलवों की यह आँख मिचौली देखो यह परियों की टोली मीठी मीठी जिनकी बोली क्या क्या दिल पर रंग
हाथों में हाथों को डाले फिरते हैं आशिक़ निराले ढूँढो यहाँ तुम भी साथी मिल जायेंगे हुस्न वाले हाथों में हाथों को डाले फिरते हैं आशिक़ निराले ढूँढो यहाँ तुम
अपने दिल का दामन भर लो मर जाओगे प्यार कर लो कल का सपना किसने देखा इन राहों से आज ग़ुज़र लो अपने दिल का दामन भर लो मर जाओगे प्यार कर लो कल का सपना किसने देखा
अजी ऐसा मौका फिर कहाँ मिलेगा हमारे जैसा दिल कहाँ मिलेगा आओ तुमको दिखलाता हूँ पेरिस की एक रंगीन शाम देखो देखो देखो देखो देखो एन इवनिंग इन पेरिस क्ष (२)