यारा सिली सिली से बेहकी गीत: यह अंकित सुवारी और अच्छी तरह से रचित संगीत के साथ मेहक सूरी और शदाब हुसैन द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। बेहिकी के गीत संदीप नाथ ने खूबसूरती से लिखा है।
यारा सिली सिली (Yaara Silly Silly )
बहकी (Behki ) की लिरिक्स (Lyrics Of Behki )
अंगड़ाइयां लेने लगा है दिल गुदगुदी सी ज़रा करने लगा है दिल क्ष (२) हाथ आगे कर मैं छु लूँ आसमान चाँद पे बाँधूँ मैं अपना आशियां
बहकी
नींद में सोई ख़ुशियाँ जागी हैं अचानक मंज़िलें जो रुकी थीं भागी हैं अचानक
नींद में सोई ख़ुशियाँ जागी हैं अचानक मंज़िलें जो रुकी थीं भागी हैं अचानक अपना कर लूं तमाशा तेरे मिलने का इनाम वह है
बहकी
लम्हों की धड़कनों में ताज़गी है अचानक ख़्वाबों की गुफ़्तगू में सादगी है अचानक
लम्हों की धड़कनों में ताज़गी है अचानक ख़्वाबों की गुफ़्तगू में सादगी है अचानक आज दामन में भर लूँ यह जहाँ पूरी कर मैं अपनी मर्ज़ियाँ
बहकी