Bum Bum Bole Lyrics of Taare Zameen Par (2007) is penned by Javed Akhtar, it's composed by Shankar Mahadevan, Ehsaan and Loy and sung by Shaan and Amir Khan.
तारे ज़मीन पर (Taare Zameen Par )
बम बम बोले (Bum Bum Bole ) की लिरिक्स (Lyrics Of Bum Bum Bole )
चका रा का चि चाय को चाक लो रम गंडो वंडो लका रका तुम एक्को टक्को ीडी गीड़ि गीड़ि गो यदि पै विदी पाई चिकि चाक को गीली गीली माल सुलु सुलु मॉल मका नका हुकु बुकु रे तुकु बी
देखो देखो क्या वो पेड़ है चादर ओढ़े या खड़ा कोई
हे.. देखो देखो क्या वो पेड़ है चादर ओढ़े या खड़ा कोई बारिश है या आसमान ने छोड़ दिए हैं नल खुले कहीं हो.. हम जैसे देखें यह जहाँ है वैसा ही जैसी नज़र अपनी.
खुल के सोचेँ ाओ पंख ज़रा फैलाओ रंग नए बिखराओ चलो
हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. सा प् - सा प् धा रे - धा रे ग रे - ग रे ग म प् सा - ग म प् सा बूम बूम बूम - बूम बूम बूम
बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में तू दोल रे बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में तू दोल रे
भला मछलियां भी क्यूँ उड़ती नहीं ऐसे भी सोचो न सोचो सूरज रोज़ नहाये या बाल भिगो के यह बुद्धू बनाये हमें यह सारे तारे टिमटिमाये या फिर गुस्से में कुछ बड़बा
हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. हे ऐ.. ऐ.. ऐ.. बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में तू दोल रे
ो रत रत के क्यों टैंकर फुल [टैंकर फुल
हो मैं भी
ऐसी रंगों भरी अपनी दुनिआ है क्यूँ सोचो तो
खुल के सोचेँ ाओ पंख ज़रा फैलाओ रंग नए बिखराओ चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो चलो नए ख्वाब बुन लें
बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में तू दोल रे बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में तू दोल रे बम बम बोले मस्ती में डोले बम बम बोले मस्ती में
ोये बूम बूम बोले