बनेशम (2013) के बन बेशरम गीत हिमांशु किशन मेहरा द्वारा लिखे गए हैं, यह ललित पंडित द्वारा रचित है और श्री डी और इश्क बेक्टर द्वारा गाया गया है।
बेशरम (Besharam )
बन टाइटल सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Ban Besharam )
हो पैदा नंगा हुआ तो कहे की
आजा सबको दिखा दे बन बेशरम दिल खोले सीना ताने बन बेशरम आजा ठुमका लागले बन बेशरम दिल खोले सीना ताने बन बेशरम
बे फॉर बेईमान
हाँ करें सारे ही करम नाम पूछे बिना हम वादा करके मुकरते न हम शुरुआत करें हम
अफलातून! अफलातून! पंगा लेना इन माय खून अतरंगी अतरंगी
हाँ दिल से बड़े ही रोमियो हैं हरकतों से करें दांग पहले तो प्यार से मनाएं माने नहीं तो होगी जंग ऊँगली जिसपे रख दें हम चल के आये वह उलटे कदम देते किसीको दर्द जो
छीन लेंगे... ो छीन लेंगे तुझसे तुझी को आज हम दिल खोले सीना ताने बन बेशरम आजा ठुमका लागले बन बेशरम दिल खोले सीना ताने बन बेशरम
बे फॉर बेईमान