रेस 2 के इंटेहा गीत बनें: इंटीहा बनें 2013 बॉलीवुड फिल्म रेस 2 से एक सुंदर हिंदी गीत है। यह गीत प्रीतम चक्रवर्ती द्वारा रचित है। आतिफ असलम और सुनिधि चौहान ने इस गीत को गाया है। इसके गीत मयूर पुरी द्वारा लिखे गए हैं। हमारे पास आपके लिए 'इंटेहा वीडियो' भी है।
रेस २ (Race 2 )
बे इन्तहा (Be Inteha ) की लिरिक्स (Lyrics Of Be Inteha )
सुनो न कहे क्या सुनो न दिल मेरा सुनो न सुनो ज़रा... तेरी बाहों में मुझे रहना है रात भर तेरी बाहों में होगी सुबह
बे इन्तहा.. बे-इन्तहा बे इन्तहा.. हम्म्म यूँ प्यार कर यूँ प्यार कर बे इन्तहा देखा करून सारी उम्र सारी उम्र तेरे निशाँ बे इन्तहा कोई कसर न रहे मेरी खबर न रहे छू ले
जब साँसों में तेरी सांसें घुली तो फिर सुलगने लगे एहसास मेरे मुझसे कहने लगे हाँ.. बाहों में तेरी ाके जहां दो यूँ सिमटने लगे सैलाब जैसे कोई बहने लगे खोया
हम्म्म... हम्म्म...
गुस्ताखियाँ.. कुछ तुम करो कुछ हम करें.. इस तरह
हम्म्म... शर्र्मा के दो साये हैं जो मुंह फेर लें हम से यहां
हाँ.. छू तो लिया है यह जिस्म तूने रूह भी चूम ले अलफ़ाज़ भीगे भीगे क्यूँ हैं मेरे..
हाँ... यूँ चूर होके मजबूर होके क़तरा क़तरा कहे एहसास भीगे भीगे क्यूँ हैं मेरे दो बेख़बर भीगे बदन हो बेसबर भीगे बदन ले रहे रात भर अंगड़ाइयाँ
बे इन्तहा.. बे इन्तहा बे इन्तहा.. बे इन्तहा यूँ प्यार कर.. यूँ प्यार कर बे इन्तहा.. बे इन्तहा देखा करून.. देखा करून सारी उम्र.. सारी उम्र तेरे निशान.. तेरे निशान बे इनते