फिल्म पाथशाला के बेकारार गीत लकी अली द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत हनीफ शेख द्वारा रचित है और गीत हनीफ शेख द्वारा लिखे गए हैं।
पाठशाला (Paathshaala )
बेकरार (Bekaraar ) (२०१०) की लिरिक्स (Lyrics Of Bekaraar )
बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार
सूनी सूनी राहों पे है तेरा ही इंतज़ार जली बुझी साँसों में अब तेरा ही है ख़ुमार न जाने मैंने क्या खोया क्या पाया कुछ भी न समझे यहाँ भुला के सारी बातों को जी ा
रातों ने
ोउ.. ो.. ोउ.. ो..
सूनी सूनी राहों पे है तेरा ही इंतज़ार जली बुझी साँसों में अब तेरा ही है ख़ुमार न जाने मैंने क्या खोया क्या पाया कुछ भी न समझे यहाँ भुला के सारी बातों को जी ा
बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार बेकरार