भाग मिल्खा भाग शीर्षक गीत गीत: यह सुंदर गीत अरिफ लोहर ने खूबसूरती से गाया है, यह संगीतकार शंकर एहसान लॉय द्वारा एक महान रचना है। भाग मिल्खा भाग शीर्षक गीत के गीत शानदार हैं और प्रसून जोशी द्वारा लिखे गए हैं।
भाग मिल्खा भाग (Bhaag Milkha Bhaag )
भाग मिल्खा टाइटल सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Bhaag Milkha )
अरे सन्ति मार रहा संसार अब तू आने दे ललकार तेरी तो बाहें पतवार कदम हैं तेरे हाहाकार तेरी नस्स-नस्स लोहा तार तू है ाग मिल्खा ो बस तू भाग मिल्खा
अरे छोड़ दे बीते कल की बोरी काट दे रस्सी सुटली डोरी तुझसे पूछेगी यह मट्टी करके सांस-सांस को भट्ठी अब तू जाग मिल्खा बस तू भाग मिल्खा
वह सरिया
धुआं धुआं धमकाये धुल राह में रोड़े बड़े शूल तान ले अरमानों के चाक़ू मुश्किलें हो गयीं साड़ी डाकू तू बंजा नाग नाग नाग नाग नाग मिल्खा अब तू भाग मिल्खा
तेरा तो बिस्तर है मैदान ओढ़ना धर्ती तेरी शान तेरे सरहाने है चट्टान पहन ले पूरा आसमान तू पगड़ी बांध मिल्खा अब तू भाग मिल्खा
हो भँवर भँवर है चक्कर चक्कर चक्कर गोदी में उठाया माँ ने चक्कर चक्कर चक्कर हो गोड़ी उठाया बापू ने चक्कर चक्कर चक्कर चक्कर भँवर भँवर है आज खेल
खोल तू रथ के पहिये खोल बनके चक्कर सुदर्शन गोल जुंग के फीते कस के बांध खुली है आज शेर की मांद तू गोली दाग मिल्खा
दांत से काट ले बिजली तार चबा ले ताम्बे की छानकर फूंक दे खुद को ज्वाला ज्वाला बिन खुद जले न होय उजाला लपट है आग मिल्खा
अब तू भाग मिल्खा अब तू जाग मिल्खा तू बंजा नाग मिल्खा तू पगड़ी बांध मिल्खा तू गोली दाग मिल्खा ो तू है ाग मिल्खा ो तू भाग मिल्खा अब तू भाग भाग भाग भाग भाग मिलख