भोल मुसाफिर इटना टू बाण से जय गीत: इस गीत को सुनें जो झोराबाई अंबलवाली की शानदार आवाज़ में है। इस गीत का संगीत एला राखा और भोल मुसाफिर इटना टू जान गीत द्वारा रचित है, जिसे रूबानी ने लिखा है।
माँ बाप (Maa Baap )
भोले मुसाफिर इतना तो जान (Bhole Musafir Itna To Jaan ) की लिरिक्स (Lyrics Of Bhole Musafir Itna To Jaan )
भोले मुसाफिर इतना तो जान के दिन सारे होते नहीं एक सामान भोले मुसाफिर इतना तो जान के दिन सारे होते नहीं एक सामान
दो आँखों से देख अपने डाटा की लीला डाटा की लीला जो दुःख तुझ पे जीवन बनाये रंगीला बनाये रंगीला वह जिस रंग में रखे उसी रंग में हसना वह जिस रंग में रखे
न समझो गरीबों का कोई नहीं दया मेरे मालिक की सोयी नहीं न समझो गरीबों का कोई नहीं दया मेरे मालिक की सोयी नहीं वह महलों से गलियों में ल के सुलाये वह महलों स
वह कहते हैं जिसको रहीम और राम वह कहते हैं जिसको रहीम और राम वह अल्लाह