नसीब से चंदा सीतारे बिंदीया तुम्हारी के गीत: यह उदित नारायण और अल्का याज्ञिक द्वारा नादेम और श्रवण द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। चंदा सीतारे बिंदीया तुम्हारी गीत समीर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
नसीब (Naseeb )
चांद सितारे बिंदिया तुम्हारी (Chanda Sitare Bindiya Tumhari ) की लिरिक्स (Lyrics Of Chanda Sitare Bindiya Tumhari )
चांद सितारे बिंदिया तुम्हारी पूनम की तुम रात हो जुल्फें तुम्हारी काली घटाएं तुम सावन की बरसात हो बागों में कलियाँ कलियों में खुशबु खुशबु की तुम बात हो मैं तुम
आँखें मेरी बस देखें तुम्हें तुम ख़्वाबों की बरात हो होठों पे नग़मे उनमें दुआयें तुम उनकी सौग़ात हो सीने में छोटा सा एक दिल है तुम उसके जज़्बात हो मैं तुम्हारे स
हसीं हसीं वादियां ठहर जरा झूम लूं मेरे लबों से तेरे लबों को मैं चूम लूँ सुबह शाम रात दिन मांगती हूँ यह दुआ कहीं किसी मोड़ पे कभी हो न हम जुदा मैं तुम
खिली खिली धुप हो जवान जवान शाम हो मेरे लबों पे सनम सिर्फ तेरा नाम हो तेरा ही ख्याल हो तेरा ही सुरूर हो साजन तेरे प्यार का मांग में सिन्दूर हो हाथों में यह है