चंदा मामा से प्यारा मेरा माँ कार्तव्य (1 9 7 9) के गीत वर्मा मलिक द्वारा लिखे गए हैं, यह लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा रचित है और मोहम्मद रफी और उषा ने गाया है।
कर्त्तव्य (Kartavya )
चंदा मामा से प्यारा मेरा मां की लिरिक्स (Lyrics Of Chanda Mama Se Pyara Mera Mama )
कुछ भी कहेगा तो अभी नहीं जाऊंगी कहीं नहीं जाऊँगी
चंदा मामा से प्यारा मेरा मां मेरी आँखों का तारा मेरा मां हो चंदा मामा से चंदा मामा से प्यारा मेरा मां मेरी आँखों का तारा मेरा मां हो चंदा मामा से
आओ आज बनेंगे मिल के हम दोनों हमजोली आओ आज बनेंगे मिल के हम दोनों हमजोली तुम ढूँढो मैं छुप छुप जाऊं छुप छुप जाऊं
न तो माँ की मिली है ममता
[चलो अब तुम अपने घर जाओ. हम्म.. देखो मुन्नी बच्चे ज़्यादा शरारत नहीं करते जाओ. नहीं जाऊंगी. देखो रात बहुत हो चुकी है
एक दिन दूल्हे राजा के संग चार कहार बुलाऊँ एक दिन दूल्हे राजा के संग चार कहार बुलाऊँ अपने हाथों से ही मैं डोली में तुझे बिठाऊँ उस दिन मुझको छोड़ के तू ऐसी दूँ
हो चंदा मामा से चंदा मामा से प्याला मेरा मां मेरी आँखों का तारा मेरा मां हो चंदा मामा से