ढीमी ढीमी गीत माधुरी दीक्षित की सबसे प्रतीक्षित फिल्म गुलाब गिरोह से है। धमेमी ढीमी गीत सुमिक सेन द्वारा रचित है। जूही चावला इस महिला उन्मुख फिल्म में नकारात्मक भूमिका निभा रही हैं।
गुलाब गैंग (Gulaab Gang )
धीमी धीमी की लिरिक्स (Lyrics Of Dheemi Dheemi )
धीमी धीमी सी आवाज़ में बोले ज्वालामुखी में आग के गोले बनके लावा फूटेंगे एक दिन गर्भ में जितने हैं शोले
कुर्सी खींचो हौले हौले सुनो परजा के पैरों की थक-थक
कब तलक कोई चुप्पी साधे और सुने सरकारी बक-बक
अरे रज्जा जी तो बिज्जी हैं रानी जी के साथ
गद्दी को गड्डा समझ लिए है सोते हैं दिन रात... भूखी प्यासी जनता बिचारि बैठि पेट बजात...
गुड़ गुड़
प् प् प् प् प् प् प् प् प् प् पॉलिटिशन पॉलिटिशन को कभी न आये किसी से लाज कई भौ
धीमी धीमी सी आवाज़ में बोले ज्वालामुखी में आग के गोले बनके लावा फूटेंगे एक दिन गर्भ में जितने हैं शोले..
हे हे हे हे
सारा रा रा
तेरे घोड़े हाथी राजा और यह तेरे प्यांदे... ऐ... हिम्मत है जिसमें वह रोक के दिखला दे राजा रोक के दिखला दे
[आलाप]...