सूर्य जो (2003) के दिल जो ना के साका गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं, यह आदेश श्रीवास्तव द्वारा रचित है और अल्का याज्ञिक, अभिजीत और केरथी सगाथिया द्वारा गाया गया है।
सूर्य (Surya )
दिल जो न कह सका (Dil Jo Na Keh Saka ) की लिरिक्स (Lyrics Of Dil Jo Na Keh Saka )
तेरे लबों की खामोशियों ने झुकती नज़र की मदहोशियों ने तेरे लबों की खामोशियों ने झुकती नज़र की मदहोशियों ने वह सब कह दिया दिल दिल दिल जो न कह सका हाँ दिल दिल दिल
तेरी वफ़ा की रंगीनियों ने इन धड़कनों की बेचैनियों ने तेरी वफ़ा की रंगीनियों ने इन धड़कनों की बेचैनियों ने वह सब कह दिया दिल दिल दिल जो न कह सका आ दिल जो न कह
वह देख धरती से दिलदारा मिलने लगा आसमान अब न रहिन दूरियाँ यारा तेरे मेरे दरमियान हो तेरी पायलों ने
[सरगम]
मैंने तो मेहंदी लगाई है दिलबर तेरे प्यार की मैंने तो मेहंदी लगाई है दिलबर तेरे प्यार की बिखरी है मेह्की फ़िज़ाओं में खुश्बू यह इक़रार की हाँ शोख़ वादियों ने झूमती
तेरे लबों की खामोशियों ने झुकती नज़र की मदहोशियों ने तेरी वफ़ा की रंगीनियों ने इन धड़कनों की बेचैनियों ने वह सब कह दिया दिल दिल दिल जो न कह सका हाँ दिल दिल दिल