पेरिस में एक शाम के देवू का नाम टू पुचो गीत (1 9 67) हसरत जयपुरी द्वारा लिखा गया है, यह शंकर और जयकिशन द्वारा रचित है और मोहम्मद रफी द्वारा गाया गया है।
एन इवनिंग इन पेरिस (An Evening In Paris )
गुस्सा छोडो
हट गया आखिर भरम का साया अब समझा मैं
यह पेरिस की शाम सुहानी प्यार की नगरी
दीवाने का नाम तो पूछो प्यार से देखो