शंघाई के डुआ गीत (2012): यह अभय देओल, इमरान हाश्मी, कल्कि कोचलिन और प्रोसेनजीत चटर्जी अभिनीत शंघाई का एक सुंदर गीत है। यह नंदिनी सिरकर, अरजीत सिंह और शेखर रजियानी द्वारा गाया जाता है और विशाल शेखर द्वारा रचित किया जाता है।
शंघाई (Shanghai )
दुआ (Duaa ) की लिरिक्स (Lyrics Of Duaa )
किसे पूछूँ है ऐसा क्यों बेज़ुबान सा यह जहाँ है ख़ुशी के पल कहाँ ढूंढूं बेनिशाँ सा वक़्त भी यहाँ है
जाने कितने लबों पे गइले है ज़िन्दगी से कई फ़ासले हैं बेस जीतते हैं सपने क्यों आँखों में लकीरें जब छूटे इन हाथों से यूँ बेवजह
जो भेजी थी दुआ वह जाके आसमान से यूँ टकरा गयी के आ गयी है लौट के सदा जो भेजी थी दुआ वह जाके आसमान से यूँ टकरा गयी के आ गयी है लौट के सदा
साँसों ने कहाँ रुख मोड़ लिया कोई राह नज़र में न आये धड़कन ने कहाँ दिल छोड़ दिया कहाँ छोड़े इन जिस्मों में साये एहि बार बार मैं सोचता हूँ तनहा मैं यहाँ मेरे
जो भेजी थी दुआ वह जाके आसमान से यूँ टकरा गयी के आ गयी है लौट के सदा जो भेजी थी दुआ वह जाके आसमान से यूँ टकरा गयी के आ गयी है लौट के सदा
जो भेजी थी दुआ वह जाके आसमान जो भेजी थी दुआ भेजी थी दुआ क्ष ४