तर्कीब से दुपते का पल्लू गीत: यह आचा श्रीवास्तव द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ रिचा शर्मा द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। डुप्तेते का पल्लू के गीत खूबसूरती से निदा फजली द्वारा लिखे गए हैं।
तरकीब (Tarkieb )
दुपट्टे का पल्लू (Dupatte Ka Pallu ) (जवानी का आलम)की लिरिक्स (Lyrics Of Dupatte Ka Pallu )
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
कहीं है चुनरिया कहीं पे कमार है हाय कहीं है चुनरिया कहीं पे कमार है वह थोड़ी इधर है
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
सुलगती यह साँसें
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
नच ले
यह चंचल अदाएं
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है