एक दिन का एक घडी गीत (2013): यह ऋषि कपूर, इरफान खान, अर्जुन रामपाल और श्रुति हसन अभिनीत फिल्म डी डे का एक प्यारा गीत है। यह रेखा भारद्वाज द्वारा गाया जाता है और शंकर एहसान लॉय द्वारा रचित किया जाता है।
डी-डे (D-Day )
एक घडी डी डे रेखा भरद्वाजकी लिरिक्स (Lyrics Of Ek Ghadi )
एक घडी और ठेहर की जान बाकी है एक घडी और ठेहर की जान बाकी है तेरे लब्ब पे मेरे होने का निशान बाक़ी है एक घडी और ठेहर के जान बाकी है
शबब के चेहरे पे चढ़ा रंग सवेरे का तो क्या? शबब के चेहरे पे चढ़ा रंग सवेरे का तो क्या? ढलते खाबों में अभी अपना जहाँ बाकी है एक घडी और ठेहर के जान बाकी है
यूँ बिछड़ के तू मुझसे न सज़ा दे खुदको यूँ बिछड़ के तू मुझसे न सज़ा दे खुदको अभी हाथों से तेरे जुर्म-ो-गुनाह बाकी है एक घडी और ठेहर के जान बाकी है
खिलते फूलों तक फ़साना तो बस बहाना था खिलते फूलों तक फ़साना तो बस बहाना था बुझते शोलों की दास्ताँ अभी बाक़ी है एक घडी और ठहर
आँखें सूनी हैं