गुस्ताख निगाह फिल्म अपना सपना मनी मनी के गीत सुखविंदर सिंह और अलीशा चिनॉय द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत प्रीतम चक्रवर्ती द्वारा रचित है और गीत शबीर अहमद द्वारा लिखे गए हैं।
अपना सपना मनी मनी (Apna Sapna Money Money )
गुस्ताख़ निगाह पलकों की पनाह यह शोख अदा न कर दे फ़ना लफ़्ज़ों में खता बे-कैफ दुआ नाकाम-इ-वफ़ा मैं सर्द हवा हो तेरी बेचैन धड़कन को राहत मिलेगी कहाँ
धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धक् धड़कता है दिल-ो-जान घायल न कर दे मेरी गुस्ताख़ निगाह धक् धक् धक् धक् धक् धड़कता है दिल-ो-जान घय
निगाहें निगाहें
हाँ कुदरत ने देखो खुद अपने हाथों से मोहब्बत की खातिर तराशा मुझे हाँ दुनिया की हर शह है मेरे कब्ज़े में न दीवाना समझा तराशा मुझे यूँ अपने हुस्न पे आखिर की
तिक तिक तिन त
दिल के सन्नाटों में जो रख दे कदम अपना वीरान तमन्ना में बहार आ जाये बेचैन है सदियों से यह रूह तुम्हारे बिन तुम छू लो अगर मुझको क़रार आ जाए मुझे छू लेने