अंजना अंजनी से हेयरैट गीत: यह विशाल शेखर द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ लकी अली द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। बालत के गीत विशाल दादानी द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
अंजाना अंजानी (Anjaana Anjaani )
शाम थी कोई जो नूर आ गया यहाँ हो गयी है सुबह.. रात का नाम-ो-निशान तक नहीं कहीं है सेहर हर जगह खोई खोई ख्वाब में छुपी छुपी ख्वाइशें नाराम से रेत पे गई
हैरत हैरत हैरत है तू है तो हर एक लम्हा खूबसूरत है हैरत हैरत हैरत है तू है तो हर एक लम्हा खूबसूरत है
धीमी धीमी चलने लगी हैं अब हवाएं धीमी धीमी खुलने लगी हैं आज राहें रंगने लगे हैं मंज़िल को जाने के राह सारे जैसे आसमान के छींटे पड़े हों बनके सितारे