बॉस से हर किसी को नाही मिल्टा गीत: यह मिश ब्रोस अंजन अंकित द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ निखिल डिसोजा द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। हर किसी को नाही मिल्ता के गीत खूबसूरती से कुमायर द्वारा लिखे गए हैं।
बॉस (Boss )
हर किसी को नहीं मिलता की लिरिक्स (Lyrics Of Har Kisi Ko Nahi Milta )
दो लफ्ज़ की है बात एक ही है क्यों दरमियान फिर रुकी रुकी कह भी न पाएं
हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार ज़िन्दगी में क्ष (२) खुश-नसीब है हम जिनको है मिली ये बहार जिंदगी में हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िन्दगी में
प्यार न हो तो ज़िन्दगी क्या है यार न हो तो बंदिगी क्या है प्यार न हो तो ज़िन्दगी क्या है यार न हो तो बंदिगी क्या है तुझ से ही हर ख़ुशी है तेरे दम से आशिक़ी है जान ले
मिल जायें हम तो सब कुछ सही है फिर इस तरह क्यों है अजनबी तुम में हम हैं
हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार ज़िन्दगी में क्ष (२)
तू मोहब्बत है
ा बोल दे तू या बोल दू मैं कब तक छुपाएँ ये बे-खुदी तुम में हम हैं
हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार ज़िन्दगी में क्ष (२)