रानी से हरजय्यान के गीत अनीता दत्त गुप्तन द्वारा लिखे गए हैं। यह अमित त्रिवेदी द्वारा रचित एक सुंदर गीत है और नंदिनी सिरकर ने उत्कृष्टता से गाया है।
क्वीन (Queen )
हरजाइयां (Harjaiyan ) — नंदिनी सिरकरकी लिरिक्स (Lyrics Of Harjaiyan )
साये साये फिरते हैं जिधर मुडूं बैठी हैं रुस्वाइयाँ भी उसके दूर हो बहला फुसला के खुद को नसीहतें करूँ [झूटी-मुठी सी
हो धुंधली धुंधली सी मैं तो इधर-उधर फिरूं [रूठी रूठी सी]
हरजाइयां… मिला वो होने को जुदा क्यों… परछाइयां… देके ही मुझे वो गया क्यों
हरजाइयां… मिला वो होने को जुदा क्यों… परछाइयां… देके ही मुझे वो गया क्यों… गया क्यों…
कन्धे ये भारी से दिन को धो नहीं पाते ाहा चुनती रहूँ मैं ये लम्हे गिर क्यों हैं जाते ाहा क्यों बूंटी मैं रहूँ [उड़े उड़े
हो उधड़े-उधड़े रेहम से मैं मिन्नतें करून [झूटी-मुठी सी
हरजाइयां… मिला वो होने को जुदा क्यों… परछाइयां… देके ही मुझे वो गया क्यों…
हरजाइयां… मिला वो होने को जुदा क्यों… परछाइयां… देके ही मुझे वो गया क्यों… गया क्यों…