दबांग से हुमा पेनी है गीत: यह वाजिद खान, मास्टर सलीम और शदाब सबरी द्वारा साजिद-वाजिद द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। हम्का पेनी है के गीतों को जेलीस शेरवानी ने खूबसूरती से लिखा है।
दबंग (Dabang )
हुंका पीनी है की लिरिक्स (Lyrics Of Humka Peeni Hai )
प्रेम गली यह साँकरी गए दरोगा जी भूल लत्त डारी रे
कारी आँखों के पैमाने पैमाने कारी आँखों के हो दो-दो जिंदा है मैखाने मैखाने कारी आँखों के..
हाँ कारी आँखों के पैमाने पैमाने कारी आँखों के दो-दो जिंदा है मैखाने मैखाने कारी आँखों के न कर साक़ी ादिया वाडिया पीनी है पीनि पीनी है हाय.. न कर सकी
हुंका पीनी है
अरे छतिया में सूखे की बिजरी सी कौंधी हमनवा कहे रे पहली फुर्सत में पी ले मटका में अपनी तू टोंटी लागै ले मटका में अपनी तू टोंटी लागै ले ा भर जाए मनवा तू
हुंका पीनी है
हो.. थाने में बैठे दरोगा जी ले हिचकी हो हो हो.. लगता है साहिब ने मारी है चुस्की थाना में अपने तू भट्टी लागै ले ऐ थाना में अपने तू भट्टी लागै ले रे धार बल
हुंका पीनि पीनि पीनि हुंका पीनी है हुंका पीनी है
कारी आँखों के पैमाने पैमाने कारी आँखों के दो-दो जिंदा है मैखाने मैखाने कारी आँखों के न कर साक़ी ादिया वाडिया पीनी है पीनि पीनी है अरे देख ले ज़ालिम रतिया
हुंका पीनी है