मस्त निगाहोन से मुजको ना पिला देना फिल्म में हीरो का गीत उदित नारायण, सुनिधि चौहान और अमृश पुरी द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत उत्तम सिंह द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
थे हीरो (The Hero )
इन मस्त निगाहों से मुझको न पिला देना (In Mast Nigahon Se Mujhko Na Pila Dena ) की लिरिक्स (Lyrics Of In Mast Nigahon Se Mujhko Na Pila Dena )
इन मस्त निगाहों से मुझको न पिला देना इन मस्त निगाहों से मुझको न पिला देना तुम एक मुसलमान को काफ़िर न बना देना
मोहब्बत में निगाहों से ो हो मोहब्बत में निगाहों से जुबां का काम लेते हो किसी की बात करते हो किसी का नाम लेते हो
शहंशाह हो की मलिका हो सलामी हम नहीं करते शहंशाह हो की मलिका हो सलामी हम नहीं करते हसीना हो के बोतल हो हसीना हो के बोतल हो गुलामी हम नहीं करते ए हुज़ू
सर जिस पे न झुक जाएँ अब मैं जो कहने जा रहा हूँ न किसी ने कहा है न किसी ने सुना है मुलाहिजा फरमाएं हुज़ूर इरशाद
सर जिस पे न झुक जाएँ उसे डर नहीं कहते सर जिस पे न झुक जाएँ उसे डर नहीं कहते हर दर पे जो झुक जाए हर दर पे जो झुक जाए उसे सर नहीं कहते सर जिस पे न ज
ो साहिब देख कर हमको हंसी क्यों आ गयी तुमको हमारा नाम हीरो है हमारा नाम हीरो है हमें जोकर नहीं कहते हो सर जिस पे न झुक जाएँ उसे डर नहीं कहते
ो वह और हैं पीते ही खुल जाते हैं मुँह जिनके वह और हैं पीते ही खुल जाते हैं मुँह जिनके पी जाते हैं हम सब कुछ ो पी जाते हैं हम सब कुछ कुछ पी कर नहीं
इन मस्त निगाहों से मुझको न पिला देना इन मस्त निगाहों से मुझको न पिला देना तुम एक मुसलमान को काफ़िर न बना देना सर जिस पे न झुक जाएँ उसे डर नहीं कहते सर जिस पे न जह