इंजन की सेती मी मारो बम खुबसुरत से गीत बोलते हैं: यह सुन्धी चौहान द्वारा गाया गया मास्टी गीत है और स्नेहा खानवाल्कर द्वारा रचित है। इंजन की सेती मी मारो बम डोले के गीत इक्रम राजस्थानी द्वारा खूबसूरती से लिखे गए हैं। यह गीत राजस्थानी लोक गीत इंजन की सेती मीन का आधुनिक संस्करण है।
खूबसूरत (Khoobsurat )
इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले की लिरिक्स (Lyrics Of Engine Ki Seeti Mein Maro Bum Dole )
इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले इंजन की सीटी में म्हारो बेम डोले
इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले दौड़ा दौड़ा रे! दौड़ा दौड़ा रे ड्राइवर चल मत हौले हौले दौड़ा दौड़ा रे ड्राइवर चल मत हौले हौले थोड़ा ा
फक फक इंजन बोल रहा है फक फक इंजन बोल रहा है पटरी थार-थर कांपे फक फक इंजन बोल रहा है फक फक इंजन बोल रहा है पटरी थार-थर कांपे
कहाँ रुकेगी गाड़ी आकर कहाँ रुकेगी गाड़ी आकर मन यह मेरा पूछे इंजन जुड़ जाए इंजन जुड़ जाए मुझसे आके खाए हिचकोले
इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले इंजन की सीटी में म्हारो बेम डोले दौड़ा दौड़ा रे! चल मत हौले हौले इंजन की सीटी में म्हारो बेम डोले इंजन की सीटी में म्हारो बुम डोले