इशाक्ज़ाडे शीर्षक गीत गीत: यह अर्जुन कपूर, परिनीती चोपड़ा और गौहर खान अभिनीत इशाक्ज़ाडे का एक प्यारा गीत है। इसे जावेद अली और श्रेया घोषाल द्वारा गाया जाता है और अमित त्रिवेदी द्वारा रचित किया जाता है।
इशकज़ादे (Ishaqzaade )
टाइटल सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Ishaqzaade )
इक ओर बढ़ने लगे जो इक डोर बंधने लगे जो इक शोर करने लगे जो दो दिल इक चाल चलने लगे जब इक ढाल ढलने लगे जब इक थाल चकने लगे जब दो दिल जुड़ने लगे
हो दिल पे जो भी बैर बीता दिल पे जो भी बैर बीता तेरी खैर पे वार दिया जल जला कर जो भी जीता तेरे प्यार पे हार दिया हम को खुद में शामिल कर ले अब तो खुद के काबिल
हो सीले सीले सपने अपने सीले सीले सपने अपने प्यार की धुप से सूखेंगे नीले नयनों की दो नहरें दिल के बाँध से रोकेंगे ख़ाक से ख़्वाबों को बन ले राख से भी खुशियाँ स
इक ओर बढ़ने लगे हैं इक डोर बंधने लगे हैं इक शोर करने लगे हैं दो दिल इक चाल चलने लगे हैं इक ढाल ढलने लगे हैं इक थाल चकने लगे हैं दो दिल जुड़ने लगे