इश्क शावा गीत जब तक है जान (2012) गुलजार द्वारा लिखे गए हैं, यह एआर रहमान द्वारा रचित है और शिल्पा राव और राघव माथुर द्वारा गाया गया है।
जब तक है जान (Jab Tak Hai Jaan )
इश्क शावा की लिरिक्स (Lyrics Of Ishq Shava )
इश्क शावा
इश्क शावा
शौक है
इश्क शावा
दिल दरिआ है रुकता नहीं पानी पे चलके देख ज़रा बादलों पे पाँव रख तो कभी उनमें ज़मीन नहीं होती दिल की हड्ड बे-हद्द होगी कोई लकीर नहीं होती है
इश्क शावा
इश्क शावा