Jab Bhi Ji Chahe (ek Chehre Pe Kai Chehre) lyrics from the movie Daag is sung by Lata Mangeshkar, its music is composed by Laxmikant and Pyarelal and lyrics are written by Sahir Ludhianvi.
दाग (Daag )
जब भी जी चाहे (एक चेहरे पे कई चेहरे) की लिरिक्स (Lyrics Of Jab Bhi Ji Chahe (Ek Chehre Pe Kai Chehre) )
जब भी जी चाहे नई दुनिया बसा लेते हैं लोग जब भी जी चाहे नई दुनिया बसा लेते हैं लोग एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग
याद रहता है किसे गुज़रे ज़माने का चलन याद रहता है किसे सर्द पड़ जाती है चाहत हार जाती है लगन अब मोहब्बत भी है क्या
जाने वह क्या लोग थे जिनको वफ़ा का पास था जाने वह क्या लोग थे दुसरे के दिल पे क्या गुज़रेगी यह एहसास था अब हैं पत्थर के सनम जिनको एहसास न हो वह ज़माना अब कहाँ जो इ
जब भी जी चाहे नई दुनिया बसा लेते हैं लोग एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग