रानी से जुगनी गीत: इस गीत को सुनें जो अमित त्रिवेदी की शानदार आवाज़ में है। अमित त्रिवेदी ने भी इस गीत का संगीत बनाया है। जुगनी गीत के गीत अनीता दत्त गुप्तन द्वारा लिखे गए हैं।
क्वीन (Queen )
जुगनी (Jugni ) की लिरिक्स (Lyrics Of Jugni )
कोई खिड़की तोह खुली
काली सी ृद्धि में हुई वह कैद जी चाँद की वारि हमने गुलेल थी तारों की चाभी से खुली सफेर सी सुबह
जुगनी [हे]… उडी [हे]… नए नए पर लिए ो पिंजरा खोल
जुगनी [हे]… उडी [हे]… दिल में घर किये ो पिंजरा खोल
फलसफे... झूठे लगे सभी हो गए हैं चकनाचूर [चकनाचूर] जो रोशिनी… चल गया हवा ओढ़े हुए… चलने लगे कहाँ हुज़ूर है… खुद का नूर [खुद का नूर]
चौखट पे माँगि जिसकी मुराद थी जिसके लिए वह इतनी उदास थी कोई न जाने कितनी वह ख़ास थी सुबह
जुगनी [हे]… उडी [हे]… नए नए पर लिए ो पिंजरा खोल
जुगनी [हे]… उडी [हे]… दिल में घर किये ो पिंजरा खोल