रंग रसिया (2014) के काठे साईं गीत: रणदीप हुड्डा, नंदना सेन, परेश रावल और आशीष विद्यार्थी इस गीत से रंग रसिया अभिनीत हैं। इसे रूप कुमार राठोड और सुनिधि चौहान द्वारा गाया जाता है और संदेश शांडिलिया द्वारा रचित किया जाता है।
रंग रसिया (Rang Rasiya )
कहे सताए (Kahe Sataye ) की लिरिक्स (Lyrics Of Kahe Sataye )
कहे सताये रे पिया कहे सताये रे पिया पीर न जाने छलिया रे पीर न जाने छलिया पीर न जाने छलिया रे पीर न जाने छलिया
नैना हैं बाण
मधुमास भरा मोरा अंग अंग मेरे रोम रोम से छलके रंग झंकार उठे है कुछ ऐसी जैसे ताल मिले सरगम के संग आज लगन है एक ही मन में मतवारी हो जाऊं कण कण तुझको
ो लाहे सताये रे पिया कहे सताये रे पिया पीर न जाने छलिया रे पीर न जाने
बाहर भीतर हर अंतर पल भर को ढह जाए हो ऐसा मिलान टन राख बने बस मन पापि रह जाए बूँद बूँद पी जाऊं सजनी तेरे तन का रंग निराला रच दूँ ऐसा चित्र मिल
कहे सताये रे पिया कहे सताये रे पिया पीर न जाने छलिया रे पीर न जाने