कहिन ना कहिन दिल लगाना पडेगा फिल्म कश्मीर की काली से गीत मोहम्मद रफी द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत ओपी नायर द्वारा रचित है और गीत एसएच बिहारी द्वारा लिखे गए हैं।
कश्मीर की कली (Kashmir Ki Kali )
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा की लिरिक्स (Lyrics Of Kahin Na Kahin Dil Lagana Padega )
किसी न किसी से
एक से एक हसीं चेहरे हैं किस किस को मैं देखूं किसको इनमें अपना समझूँ संग मैं अपने ले लूं कोई रंगीली छैल छबीली कोई रँगीली रसीली छैल छबीली आज मेरी
ढूंढ रहा हूँ मैं वह दुनिया प्यार जिसे कहते हैं ढूंढ रहा हूँ मैं वह दुनिया प्यार जिसे कहते हैं कौन वह किस्मत वाले हैं जो लोग वहां रहते हैं मुझको मेरे दिल लेक
ऐसी नाज़ुक हो वह जिसका शबनम मुंह धोती हो चाँद भी सड़के होता हो जब रात को वह सोती हो आँख शराबी