करते हैं हम प्यार श्री भारत से श्री भारत के गीत (1 9 87): यह श्री भारत से एक सुंदर गीत है। इसे कविता कृष्णमूर्ति और किशोर कुमार द्वारा गाया जाता है और लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा रचित किया जाता है।
मर. इंडिया (Mr. India )
करते हैं हम प्यार से (Karte Hain Hum Pyar Mr. India Se ) की लिरिक्स (Lyrics Of Karte Hain Hum Pyar Mr. India Se )
अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से रे मिलना क्या जो न दिखाई दे बेचार
अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से
जाने कैसा जादूगर है वह अनदेखा अनजाना जाने कैसा जादूगर है वह अनदेखा अनजाना 'उसकी दीवानी बन जा' कहता है दिल दीवाना 'उसकी दीवानी बन जा' कहता है दिल दीवाना क्यों उस
मुझको ले आया है राही जाने कैसी राहों में मुझको ले आया है राही जाने कैसी राहों में दिन में भी यह सपने देखूं मैं हूँ उसकी बाहों में दिन में भी यह सपने
मेरे सपनों का वह राजा डिंग डोंग डिंग डोंग डाँग पागल अब तो होश में आजा डिंग डोंग डिंग डोंग डाँग कितना है वह हिम्मत वाला होगा एक दिन तो मुंह काला उसके जैसा नहीं है दूजा
अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से अरे करते हैं हम प्यार मर. इंडिया से हमको मिलना सौ बार मर. इंडिया से