नशे जैसलमेर (2007) के केसरीया गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं, यह हिमेश रेशमिया द्वारा रचित है और जयेश गांधी और विनीत सिंह द्वारा गाया गया है।
नन्हे जैसलमेर (Nanhe Jaisalmer )
केसरिया (Kesariya ) की लिरिक्स (Lyrics Of Kesariya )
केसरिया बालम आवो जी पधारो म्हारे देस देस रे
आंखों में चेहरा तुम्हारा
तेरे आने का संदेशा जो आया रे दिल पे खुशियों का यह आलम है छाया रे तुझसे मिलने की बेचैनी तड़पाये रे एक पल कहीं न मुझे चैन आये रे केसरिया बालम आवो जी पधारो
तेरे बारे में सोचूँ मैं हमेशा रे तेरे ही सपने देखूं मैं हमेशा रे घड़ियाँ गिन गिन के मैं दिन यह गुज़रूँ रे तेरा ही रास्ता निहारूं