खोया खोया हीरो के गीत (2015) को निरंजन इयनगर द्वारा लिखा गया है, यह सचिन जिगर द्वारा रचित है और मोहित चौहान और प्रिया पंचल द्वारा गाया गया है।
हीरो (Hero )
खोया खोया की लिरिक्स (Lyrics Of Khoya Khoya )
तेरी आहटों में जी लूँगा तेरी चाहतों में जी लूँगा जो पा के भी न पा सकूँ तेरी धड़कनों में जी लूँगा
फिर हर घडी ये दिल तेरा क्यों देखे मुझे के दो जहां को पा लिया हो पा के तुझे मैं खोया खोया
हो इश्क़ है दरमियाँ फिर क्यों हैं दूरियां न छू सकूँ मैं
और अब चलें कही दूर जहां बाहो के नशे में हो चूर जहां खोया खोया
खोया खोया
आँखों से तेरी आँखें मिलाऊँ अपनी ही नज़रों से छुपता हूँ मैं चाहत में तेरी जादू ये कैसा बाँटा भी हूँ और मीट.ता हूँ मैं
अगर मैं मिट भी जाऊं साथ-साथ चलना मुझे के दो जहां को पा लिया हो पा के तुझे मैं खोया खोया