Kisi Pe Dil Agar Aa Jaye To lyrics of Rafoo Chakkar (1975) is penned by Gulshan Bawra, it's composed by Shankar and Jaikishan and sung by Shailendra Singh and Asha Bhosle.
रफू चक्कर (Rafoo Chakkar )
किसी पे दिल अगर आ जाये तो (Kisi Pe Dil Agar Aa Jaye to ) की लिरिक्स (Lyrics Of Kisi Pe Dil Agar Aa Jaye to )
किसी पे दिल अगर आ जाये तो क्या होता है किसी पे दिल अगर आ जाये तो क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है
कोई दिल पे अगर छा जाये तो क्या होता है कोई दिल पे अगर छा जाये तो क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है
मुझको जुल्फों के साये में सो जाने दो सनम मुझको जुल्फों के साये में सो जाने दो सनम हो रहा है जो दिल में
बात दिल की दिल में रह जाये तो फिर क्या होता है बात दिल की दिल में रह जाये तो फिर क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा हो
किसी पे दिल अगर आ जाये तो क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है
क्या मंज़ूर है खुदा को बताओ तो ज़रा क्या मंज़ूर है खुदा को बताओ तो ज़रा जान जाओगी बाहों में आ जाओ तो ज़रा जान जाओगी बाहों में आ जाओ तो ज़रा
कोई जो बाहों में आ जाये तो फिर क्या होता है कोई जो बाहों में आ जाये तो फिर क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता ह
किसी पे दिल अगर आ जाये तो क्या होता है किसी पे दिल अगर आ जाये तो क्या होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है वही होता है जो मंज़ूर-इ-खुदा होता है