Koi Pathar Se Na Maare Mere Deewane Ko Lyrics of Laila Majnu (1976) is penned by Sahir Ludhianvi, it's composed by Madan Mohan and sung by Lata Mangeshkar.
लैला मजनू (Laila Majnu )
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को की लिरिक्स (Lyrics Of Koi Pathar Se Na Maare Mere Deewane Ko )
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सजा पाने को हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सजा पाने को कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को कोई पत्थर से न माँ
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सजा पाने को कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
मेरे दीवाने को इतना न सताओ लोगों मेरे दीवाने को इतना न सताओ लोगों यह तो वेह्शी है
मेरे जलवों की खता है जो यह दीवाना हुआ मेरे जलवों की खता है जो यह दीवाना हुआ मैं हूँ मुजरिम यह अगर होश से बेगाना हुआ मैं हूँ मुजरिम यह अगर होश से बेगाना हुआ म
पत्थरों को भी वफ़ा फूल बना सकती है पत्थरों को भी वफ़ा फूल बना सकती है यह तमाशा भी सरेआम दिखा सकती है यह तमाशा भी सरेआम दिखा सकती है लो अब पत्थर उठ