दो बाद से लो आ गायी उकी याद गीत: गीत लता मंगेशकर ने गाया है जिन्होंने इसे खूबसूरती से गाया था। यह संगीतकार रवि द्वारा एक महान रचना है। लो आ गायी यूनकी याद के गीत शकील बदायुनी द्वारा लिखे गए हैं।
दो बदन (Do Badan )
लो आ गयी उनकी याद की लिरिक्स (Lyrics Of Lo Aa Gayi Unki Yaad )
लो आ गयी उनकी याद वह नहीं आये लो आ गयी उनकी याद वह नहीं आये
दिल उनको ढूंढता है गम का सिंगार करके आँखें भी थक गयी हैं अब इंतज़ार करके आँखें भी थक गयी हैं अब इंतज़ार करके इक साँस रह गयी है
रोती हैं आज हम पर तन्हाईयाँ हमारी रोती हैं आज हम पर तन्हाईयाँ हमारी वह भी न पाएं शायद परछाइयाँ हमारी बढ़ते ही जा रहे हैं
लौ थरथरा रही है अब शम्मे ज़िन्दगी की उजड़ी हुई मोहब्बत मेहमान है दो घडी की उजड़ी हुई मोहब्बत मेहमान है दो घडी की मरकर ही अब मिलेंगे जी कर तो मिल न पाये लो आ गए