लूटेरा से शिकयतेन गीत: यह अमित त्रिवेदी द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ मोहन कानन और अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा शाकायतीन के गीत खूबसूरती से लिखे गए हैं।
लूटेरा (Lootera )
शिकायतें सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Shikayatein )
शिकायतें मिटने लगी सुबह बेदाग़ है.. सुबह बेदाग़ है.. जो बर्फ को गलने लगी कहीं तो आग है.. कहीं तो आग है..
न उड़ने की इस दफा ठानी.. परिंदों ने भी वफ़ा जानी.. अँधेरे को बाहों में ले के उजाले ने घर बसाया है चुराया था जो चुकाया है
शिकायतें मिटने लगी सुबह बेदाग़ है.. जो बर्फ को गलने लगी
एक जीत तू है
बताएं फिर गलतियां.. गिनाये.. सितारे जब भी सजा सुनाएं लूटेरों को बाग़बान बनाएं नसीबों की बात है
ज़मीर की कहानी है यह यही बैराग है.. यही बैराग है..
शिकायतें मिटने लगी
न उड़ने की इस दफा ठानी.. परिंदों ने भी वफ़ा जानी.. अँधेरे को बाहों में ले के उजाले ने घर बसाया है चुराया था जो चुकाया है
शिकायतें मिटने लगी सुबह बेदाग़ है.. सुबह बेदाग़ है..