Lyrics of Mehangai Maar Gayi from Roti Kapda Aur Makaan: This is a very well sung song by Lata Mangeshkar, Mukesh, Chanchal and Jani Babu Qawwal with nicely composed music by Laxmikant and Pyarelal. Mehangai Maar Gayi lyrics are beautifully penned by Varma Malik.
रोटी कपड़ा और मकान (Roti Kapda Aur Makaan )
महँगाई मार गयी (Mehangai Maar Gayi ) की लिरिक्स (Lyrics Of Mehangai Maar Gayi )
उसने कहा तू कौन है मैंने कहा उल्फ़त तेरी उसने कहा तू कौन है मैंने कहा उल्फ़त तेरी उसने कहा तकता है क्या मैंने कहा सूरत तेरी उसने कहा चाहता है क्या उसने कहा चाहता है
एक हमें आँख की लड़ाई मार गई दूसरी यह यार की जुदाई मार गयी तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गयी चौथी यह खुदा की खुदाई मार गयी बाकी कुछ बचा तो महंगाई माँ
तबियत ठीक थी और दिल तबियत ठीक थी हाँ तबियत ठीक थी तबियत ठीक थी हाँ हाँ तबियत ठीक थी और दिल भी आह दिल भी
कैसे वक़्त में हाय हाय कैसे वक़्त में कैसे वक़्त में हाय कैसे वक़्त में ा के दिल को दिल की लगी बिमारी कैसे वक़्त में कैसे वक़्त में ा के दिल को दिल की लगी बिमारी
पहले मुट्ठि विच पैसे लेकर पहले मुट्ठी में पैसे लेकर थैला भर शक्कर लाते थे अब थैले में पैसे जाते हैं मुट्ठी में शक्कर आती है हाय महंगाई
गरीब को तो बच्चे की पढ़ाई मार गयी पढ़ाई मार गयी बेटी की शादी और सगाई मार गयी सगाई मार गयी किसी को तो रोटी की कमाई मार गयी कपडे की किसी को सिलाई मार
जीवन दे बस तीन निशान रोटी