ओम शांति ओम के मुख्य अग्रर कहून गीत संगीतकार विशाल शेखर की रोमांटिक रचना है। सोनू निगम और श्रेया घोषाल ने इसे गाया है और जावेद अख्तर ने अपने गीत लिखे हैं।
ओम शांति ओम (Om Shanti Om )
मैं अगर कहूँ (Main Agar Kahoon ) की लिरिक्स (Lyrics Of Main Agar Kahoon )
तुमको पाया है तो जैसे खोया हूँ कहना चाहूं भी तो तुमसे क्या कहूँ तुमको पाया है तो जैसे खोया हूँ कहना चाहूं भी तो तुमसे क्या कहूँ किसी ज़बान में भी वह लफ्ज़ ही न
मैं अगर कहूँ तुमसे हसीं कायनात में नहीं है कहीं तारीफ यह भी तो सच है कुछ भी नहीं तुमको पाया है तो जैसे खोया हूँ
शोखियों में डूबी यह अदायें चेहरे से झलकी हुयी हैं ज़ुल्फ़ की घनी-घणी घटायें शान से ढल्की हुयी हैं लहराता ाबचाल है जैसे बादल बाहों में भरी है जैसे
मैं अगर कहूँ यह दिलकशी है नहीं कहीं
तुम हुये मेहरबान तो है यह दास्तान आ.. तुम हुये मेहरबान तो है यह दास्तान अब तुम्हारा मेरा एक है कारवां तुम जहां मैं वहाँ मैं अगर कहूँ हमसफ़र मेरी अप्सरा हो तू
तुमको पाया है तो जैसे खोया हूँ कहना चाहूं भी तो तुमसे क्या कहूँ किसी ज़बान में भी वह लफ्ज़ ही नहीं के जिनमें तुम हो क्या तुम्हें बता सकूं
मैं अगर कहूँ तुमसे हसीं कायनात में नहीं है कहीं तारीफ यह भी तो सच है कुछ भी नहीं