लीकर हम दीवाना दिल (2014) के मालूम गीत अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए हैं, यह एआर रहमान द्वारा रचित है और जोनीता गांधी द्वारा गाया गया है।
लेकर हम दीवाना दिल (Lekar Hum Deewana Dil )
मालूम (२०१४)की लिरिक्स (Lyrics Of Maloom )
ऐसा वैसा क्या पता कौन कैसा क्या पता ज़िंदा हूँ आज मैं ज़माने से क्या पता
मेरा तो ज़माने से लेना देना ही नहीं यारों गुस्ताखी माफ़ इतना ही मालूम जिसपे भी तू साथ हो बस इतना ही मालूम यकीं है वही है मेरी मंज़िल का रास्ता मेरी मंज़िल का रास्ता
[मेरी मंज़िल का रास्ता.. मेरी मंज़िल का राता..]
तारे कैसे भला हैं तोड़.ते क्या पता तारे मिल भी गए तो तू करेगी भी क्या मैं गैर मामूली करतब दिखा कर के साबित करूँ बोले क्या क्या है तू मेरे लिए सीधे साधे से
हा हा... हा हा... हा हा हा... हा हा... ल लाला... लाला लालला... ल लाला लालला...
मेरा तो ज़माने से लेना देना ही नहीं यारों गुस्ताखी माफ़ इतना ही मालूम जिसपे भी तू साथ हो बस इतना ही मालूम यकीं है वही है मेरी मंज़िल का राता... मंज़िल का रास्ता मेरी माँ
हा हा... हा हा... हा हा हा... हा हा... ल लाला... लाला लालला... हे हे... हे हे... हे हे... हम्म हम्म...