लूटेरा से मणमारज़ियान गीत: यह अमित त्रिवेदी द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ शिल्पा राव, अमिताभ भट्टाचार्य और अमित त्रिवेदी द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। मणमारज़ियान के गीत अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा खूबसूरती से लिखे गए हैं।
लूटेरा (Lootera )
मनमर्ज़ियाँ सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Manmarziyan )
यूँ तो सोलह सावन आये गए गौर नहीं किया हमने..
भीगा मन का आँगन इस मर्तबा.. क्या जाने क्या किया तुमने..
दिल में जागे.. इश्क़ वाली मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़ियाँ.. ज़िद की मारे [यूं तो सोलह] भोली भाली [सावन] मनमर्ज़ियाँ [आये गए] मन मर्ज़ियाँ
अब तलक से.. कुछ अलग सी मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़िया.. हम ज़मीन पे.. [भीगा मन का] तू फलक से.. [आँगन] मनमर्ज़ियाँ [इस मर्तबा] मनमर्ज़ियाँ
सिक्कों जैसे.. है उछाली.. मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़िया.. ज़िद की मारी.. [यूँ तो सोलह] भोली भाली.. [सावन] मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़िया..
बे अदब सी.. पर गज़ब सी.. मनमर्ज़ियाँ.. मन मर्ज़िया..
होश खोया.. पर सम्भाली... मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़िया.. ज़िद की मारी.. [यूँ तो सोलह] भोली भाली.. [सावन] मनमर्ज़ियाँ.. मनमर्ज़िया..