मेरे देश की धारती 1 9 67 की फिल्म उपकर से देशभक्ति गीत है। इस गीत के गीत इंडिवार द्वारा लिखे गए हैं। महेंद्र कपूर ने इसे गाया है जबकि कल्याणजी आनंदजी ने अपना संगीत बना लिया है।
उपकार (Upkar )
मेरे देश की धरती (Mere Desh Ki Dharti ) की लिरिक्स (Lyrics Of Mere Desh Ki Dharti )
मेरे देश की धरती ओ मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं जीवन का राग सुनाते हैं ग़म कोसों दूर हो जाता है खुशियों के कँवल मुस्काते हैं खुशियों के कँवल मुस्कात
ओ मेरे देश की धरती ओ मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अंगड़ाइयां लेती है ममता अंगड़ाइयां लेती है क्यों ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है जो जीवन का सुख देती है इस धरती प
मेरे देश की धरती ओ मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
यह बाग़ है गौतम नानक का खिलते हैं अमन के फूल यहाँ खिलते हैं अमन के फूल यहाँ गांधी
मेरे देश की धरती ओ मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती