मुसाफिर जाणे वेले नही फिर आणे वेले गीत अनिल शर्मा की फिल्म गदर - सनी देओल, अमिषा पटेल, अमृष पुरी और विवेक शौक से संबंधित है, जो एक प्रेम कथा का किरदार निभाते हैं। मुसाफिर जाणे वेले नाही फिर आणे वेले गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं, जबकि यह ट्रैक उदित नारायण और प्रीती उत्तम द्वारा गाया जाता है।
ग़दर - एक प्रेम कथा (Gadar - Ek Prem Katha )
मुसाफिर जाने वाले नहीं फिर आने वाले ग़दरकी लिरिक्स (Lyrics Of Musafir Jaane Wale Nahi Phir Aane Wale )
हम्म.. हम्म.. हो.. हो...
मुसाफिर जाने वाले मुसाफिर जाने वाले
ो... हम्म.. ो.. ओहो हो हो
बड़ी मुश्किल से दिल में अपने बड़ी मुश्किल से दिल में अपने लोग बसते हैं कुछ सपने यह सपने शीशे के खिलौने टूट के बस लगते हैं रोने दिल पे छा जाते हैं यह बाड़ा
ो...
ो दरिया दे पानियाँ यह मौजां फिर नहीं ानियाँ ो दरिया दे पानियाँ यह मौजां फिर नहीं ानियाँ याद आएँगी हो.. याद आएँगी बस जाने वालों की कहानियां दरिया दे पानी
ो... ः हा..
हो.. न जाने क्या छूट रहा है दिल में बस कुछ टूट रहा है होठों पर नहीं कोई कहानी फिर भी आँख में आ गया पानी नहीं हम भूलनेवाले नहीं तुम भूलनेवाले चलो ी
मुसाफिर जाने वाले
हो.. ो.. आ..