फिल्म के श्री मांगी सोना चंडी गीत श्री भारत को अनुराधा पादुवाल और शबीर कुमार द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा रचित है और गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए हैं।
मर. इंडिया (Mr. India )
न मांगे सोना चंडी (Na Maange Sona Chandi ) पैरोडीकी लिरिक्स (Lyrics Of Na Maange Sona Chandi )
न मांगे सोना चंडी हम माँगे माफ़ी दीदी लो पकडें हम कां रे हुँ.. न मांगे सोना चंडी हम माँगे माफ़ी दीदी लो पकडें हम कां रे हुँ.. बॉल हमारी है हमको प्यारी बॉल हम
करते हो टाँग मुझे शाम सवेरे आज पडो चाहे पेअर भी मेरे फुटबॉल मैं न दूँगी फुटबॉल मैं न दूँगी करते हो टाँग मुझे शाम सवेरे आज पडो चाहे पेअर भी मेरे फूटब
सॉरी दीदी अब हम नहीं करेंगे सोर सोर नहीं बाबा शोर शोर
न न न न न न जा रे जा जा रे जा बेकार का ड्रामा है
तेरा मेरे बच्चों से ओए ओए! तेरा मेरे बच्चों से कैसा है यह झगड़ा पुराण कैसा है यह झगड़ा पुराण लफड़ा है यह क्या मुझको बताना लफड़ा है यह क्या मुझको बताना तेरा म
टोपी वाले बॉल दिला
मेरा नाम है कैलेंडर
हो खिलौना मेरे बच्चों का भला क्यों छीन लेती हो खिलौना मेरे बच्चों का भला क्यों छीन लेती हो दुआएं देंगे यह तुमको अगर तुम बॉल देती हो खिलौना मेरे बच्चों का भ
दुआएं ले नहीं सकती मैं इन बदमाश बच्चों से की मुझको दूर ही रखो समझ के ऐसे कच्छों से रोज़ यह शोर करें कभी आउट डोर करें कभी इंडोर करें और अब रो के मुज
क्यों कोस्ति हो इनको भला हैं दिल के बड़े सच्चे बच्चे मेरे बच्चे बच्चे मेरे बच्चे बच्चे मेरे बच्चे बच्चे मेरे बच्चे
बच्चे तेरे बच्चे बच्चे मेरे बच्चे बच्चे तेरे बच्चे हाँ बच्चे मेरे बच्चे तेरे बच्चे
तेरे मेरे